Class 8th Hindi Important Question अपठित गद्यांश

Class 8th Hindi Important Question अपठित गद्यांश

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Class 8th Hindi Important Question ( अपठित गद्यांश )

निम्नांकित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उससे दिए गए प्रश्नों के सही विकल्प को चुनें-

1 चाँदनी रात प्रकृति की श्रृंगार है। ऐसी रात्रि में प्रकृति चाँद की चाँदनी से सौंदर्यमयी बन जाती है। चाँद की चाँदनी कुदरत को नई नवेली दुल्हन की तरह सँवार देती है। सम्पूर्ण प्रकृति चाँदनी की श्वेत किरणों से जगमगा उठती है। रात विहँस पड़ती है। फिर प्राकृतिक सौंदर्य में चार चाँद लग जाते हैं।

(i) चाँद की चाँदनी किसका श्रृंगार करती है-
(1) रात्रि,
(2) प्रकृति,
(3) स्त्री,
(4) वृक्ष ।
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(2) प्रकृति,

(ii) ‘चार चाँद लगना का अर्थ होगा-
(1) शोभा बढ़ना,
(2) चार चाँद दिखना,
(3) शोभा घटना,
(4) चार गुना रोशनी होना।
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(1) शोभा बढ़ना,

(iii) चाँद की चाँदनी कुदरत को किस तरह सँवार देती है ?
(1) दुधिया रोशनी की,
(2) नई-नवेली दुल्हन की,
(3) चाँदनी रात की,
(4) इनमें कोई नहीं।
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(2) नई-नवेली दुल्हन की,

( iv) सम्पूर्ण प्रकृति चाँदनी की किन किरणों से जगमगा उठती है?
1) श्वेत,
(2) लाल,
(3) नीले,
(4) पीले।
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1) श्वेत,

(v) ‘रात’ का विलोम शब्द है-
(1) अँधेरा,
(2) सबेरा,
(3) दिन,
(4) शाम।
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(3) दिन,

निम्नांकित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उससे दिए गए प्रश्नों के सही विकल्प को चुनें-

2 बहुत पुराने समय की बात है, जब आज की भाँति विद्यालय नहीं होते थे। शिष्य गुरुकुलों में रहते थे और वहीं गुरु से शिक्षा ग्रहण करते थे। सभी शिष्य उनके विचारों को बड़े ध्यान से सुनकर शिक्षा ग्रहण करते थे। परन्तु उनमें से एक बालक गुरुजी की बातों का तनिक भी ध्यान नहीं देता था। एक दिन गुरुजी ने बालक पर थोड़ा क्रोध दर्शाते हुए उसे बुलाया, उसका हाथ पकड़ा, फिर यह कहते हुए छोड़ दिया कि ‘मुझे लगता है कि तुम्हारे हाथ में विद्या की रेखा ही नहीं है। अगर ऐसा ही रहा तो तुम विद्या ग्रहण नहीं कर सकते।’

(i) पुराने समय में शिष्य कहाँ शिक्षा ग्रहण करते थे ?
(1) गुरुकुल,
(2) विद्यालय,
(3) वाचनालय,
(4) अनाथालय।
उत्तर-(1)
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(1) गुरुकुल,

(II) गुरुजी ने बालक का हाथ देखकर क्या कहा ?
(1) तुम्हारे हाथ में कलम नहीं है।
(2) तुम्हारे शरीर में कपड़ा नहीं है।
(3) तुम्हारे हाथ में विद्या की रेखा नहीं है।
(4) तुम्हें पढ़ने में मन नहीं लगता।
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(3) तुम्हारे हाथ में विद्या की रेखा नहीं है।

iii) पुराने समय में आज की भाँति क्या नहीं होते थे ?
(1) गुरुकुल,
(2) अनाथालय,
(3) विद्यालय,
(4) वाचनालय।
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(3) विद्यालय,

(iv) सभी शिष्य किनके विचारों को बड़े ध्यान से सुनकर शिक्षा ग्रहण करते थे ?
(1) गुरु,
(2) आचार्य,
(3) शिक्षक,
(4) इनमें कोई नहीं।
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(1) गुरु,

(v) ‘गुरु’ का विलोम शब्द है
(1) दोस्त,
(2) विद्वान,
(3) शिष्य,
(4) शिक्षक।
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(3) शिष्य,

निम्नांकित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उससे दिए गए प्रश्नों के सही विकल्प को चुनें-

3. स्वयं झरने से भी ज्यादा खूबसूरत मालूम होता है- झरने के आगे की घाटी का दृश्य। पहाड़ों के बीच एक पतली-सी नदी बहती जाती है, जैसे थर्मामीटर में एक पतला पारा हो। आगे भी एक पहाड़ मालूम होता है। ज्ञात होता है, पहाड़ नदी को ललकार रहा है कि यहाँ तुम किसी प्रकार पार होकर मेरे आगे जा सको तो जानूँ। यहाँ पर नदी यों दिखाई देती है। जैसे- नदी के इर्द-गिर्द पत्थरों का अंबार लगाकर उसपर झाड़ी उगाई गई हो। प्रकृति या परमात्मा ने अपने हाथ से यह सब किया होगा अन्यथा मनुष्य जाति में इतनी सामर्थ्य कहाँ ? सैकड़ों वर्षों में भी मानव के प्रयत्नों से शोभा के इस विशाल वैभव की सृष्टि कठिन है।

(i) झरने के आगे दिखाई देता है-
(1) घाटी,
(2) पहाड़,
(3) नदी,
(4) इनमें सभी।
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(4) इनमें सभी। ,

(ii) नदी को कौन ललकार रहा है-
(1) झरना,
(2) पहाड़,
(3) पत्थर,
(4) मनुष्य ।
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(2) पहाड़,

(iii) झरने की शोभा के इस विशाल वैभव की सृष्टि किसने की
(1) मनुष्य,
(2) दानव,
(3) प्रकृति या परमात्मा,
(4) किसी ने नहीं।
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(3) प्रकृति या परमात्मा,

(iv) एक पतली-सी नदी किनके बीच बहती है ?
(1) चट्टानों के,
(2) झरने के,
(3) पहाड़ों के,
(4) घाटी के।
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(3) पहाड़ों के,

(v) ‘पहाड़’ का पर्यायवाची शब्द है-
(1) गिरि,
(2) पाहन,
(3) पाषाण,
(4) पत्थर ।
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(1) गिरि,

निम्नांकित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उससे दिए गए प्रश्नों के सही विकल्प को चुनें-

4. मैं हूँ नदी। जब हिमालय की गोद से निकली तो सोच में पड़ गई कि अपना लम्बा सफर कैसे तय करूँगी। चलना तो था ही, बस निकल पड़ी अनजान राह पर हिमालय से समुद्र तक का मेरा यह सफर बहुत रोमांचकारी था। न जाने कितनी ही बाधाएँ मेरी अबाध गति को रोकने के लिए मार्ग में आईं परन्तु मेरे दृढ़ संकल्प ने सारी बाधाओं और कष्टों का साहसपूर्वक सामना किया।

(i) जब नदी हिमालय की गोद से निकली तो किस सोच में पड़ गई ?
(1) अपना छोटा सफर कैसे तय करूँगी
(2) अपना लम्बा सफर कैसे तय करूँगी
(3) अपना रास्ता आसानी से तय करूँगी
(4) अपना रास्ता भूल जाऊँगी
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(2) अपना लम्बा सफर कैसे तय करूँगी

(ii) बीच सफर में आने वाली बाधाओं का नदी ने कैसे सामना किया ?
(1) साहसपूर्वक,
(2) बलपूर्वक,
(3) कष्ट सहकर,
(4) स्वछंद रूप से।
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(1) साहसपूर्वक,,

(iii) नदी किसकी गोद से निकली है ?
(1) चट्टानों के,
(2) सागरों के,
(3) हिमालय के,
(4) पहाड़ों के।
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(3) हिमालय के,,

(iv) अनजान राह पर हिमालय से समुद्र तक किसका सफर बहुत रोमांचकारी था ?
(1) नदी का,
(3) समुद्र का,
(2) तालाब का,
(4) झील का।
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(1) नदी का,

(v) ‘नदी का पर्यायवाची शब्द है-
(1) सरिता,
(3) तरनी,
(2) तटिनी,
(4) इनमें सभी।
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(4) इनमें सभी।

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